बात करती है हवा

कविता : श्रीनिवास श्रीकांत
कविता लिखना नहीं आसान : श्रीनिवास श्रीकांत
सपने : श्रीनिवास श्रीकांत
अंजीर : श्रीनिवास श्रीकांत
पंछी : श्रीनिवास श्रीकांत
उजाला कैसे आए : श्रीनिवास श्रीकांत
वह मुझे था आता नज़र : श्रीनिवास श्रीकांत
गाँव की याद : श्रीनिवास श्रीकांत
बात करती है हवा : श्रीनिवास श्रीकांत
बरगद : श्रीनिवास श्रीकांत
विचार-पुरुष की सोच : श्रीनिवास श्रीकांत
इंताज़ार : श्रीनिवास श्रीकांत
गाथा : श्रीनिवास श्रीकांत
बालाघात : श्रीनिवास श्रीकांत
प्रभंजनः एक रूपक : श्रीनिवास श्रीकांत
शराबघर में बूढ़ा : श्रीनिवास श्रीकांत
पत्थर : श्रीनिवास श्रीकांत
एक दिन हाथ दिया आसमान ने : श्रीनिवास श्रीकांत
कुछ बिम्बित क्षण : श्रीनिवास श्रीकांत


मध्यपूर्व प्रसंग


पूर्व पद : श्रीनिवास श्रीकांत
वृक्ष : श्रीनिवास श्रीकांत
पयगम्बर का उदय : श्रीनिवास श्रीकांत
उपालम्भ : श्रीनिवास श्रीकांत
नियति : श्रीनिवास श्रीकांत
आद्यान्त : श्रीनिवास श्रीकांत
बगदाद : श्रीनिवास श्रीकांत
अफ़गान प्रसंगः एक स्मृति : श्रीनिवास श्रीकांत

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